मरीन इंजीनियर कैसे बने ?

इस पोस्ट के  माध्यम से आज हम आपको बताएंगे कि मरीन इंजीनियर कैसे बने ? how to become marine engineer ? इस फील्ड में वही कैंडिडेट अपना कैरियर बनाना पसंद करते हैं जिनको समुद्र से लगाव होता है और उन्हें जहाज में अपना समय बिताना बहुत ज्यादा पसंद होता है।

अगर आप भी एक ऐसे युवा हैं जो मरीन इंजीनियरिंग की फील्ड में जाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि मरीन इंजीनियर आप किस तरह से बन सकते हैं क्योंकि किसी भी फील्ड को चुनने से पहले आपको उसके बारे में सारी महत्वपूर्ण बातें जान लेना बहुत जरूरी है। इसीलिए आज के इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको मरीन इंजीनियर बनने के बारे में सारी आवश्यक बातें बताएंगे इसलिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

मरीन इंजीनियर क्या होता है ? what is marine engineer in Hindi

तो सबसे पहले आप यह जान लीजिए कि मरीन इंजीनियर एक ऐसा विशेषज्ञ होता है जो समुद्री जहाजों को बनाने के साथ-साथ जहाज के मशीनरी पुर्जों को कंस्ट्रक्ट करने का काम करता है। इसके अलावा आपको बता दें कि मरीन इंजीनियर समुद्री जहाजों की मरम्मत और रख-रखाव का काम भी देखते हैं।

यहां आपको यह जानकारी दे दें कि कोई कैंडिडेट केवल तभी मरीन इंजीनियर बन सकता है जब वह इससे संबंधित 4 वर्षीय डिग्री कोर्स को किसी टॉप कॉलेज से करता है।

मरीन इंजीनियर बनने के लिए शिक्षा योग्यताएं – marine engineer education requirements

अगर आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आप में निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए जैसे कि-

  • छात्र ने 12वीं कक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ जैसे विषयों के साथ पास की हो।
  • छात्र ने 12वीं कक्षा में 60% तक अंक हासिल किए हो।

मरीन इंजीनियर बनने के लिए शारीरिक योग्यताएं – physical requirements

आयु सीमा (age limit)

  • छात्र की उम्र कम से कम 17 साल तक होनी चाहिए
  • छात्र की अधिकतम आयु 25 साल तक हो।
  • अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति श्रेणी के उम्मीदवारों को आयु सीमा में 5 साल की छूट दी गई है।

पुरुष (Male)

  • कैंडिडेट की लंबाई लगभग 150 सेंटीमीटर हो।
  • कैंडिडेट को कलर ब्लाइंडनेस नहीं होना चाहिए और ना ही आंखों में कोई रोग हो।
  • कैंडिडेट की नजर 6/6 और 6/9 होना जरूरी है।

महिला (female)

  • महिला कैंडिडेट की लंबाई लगभग 145 सेंटीमीटर तक होनी अनिवार्य है।
  • कैंडिडेट को कलर ब्लाइंडनेस नहीं होना चाहिए और ना ही आंखों में कोई रोग हो
  • आंखों की दृष्टि 6/6 और 6/9 होना जरूरी है।

मरीन इंजीनियर बनने के लिए परीक्षाएं (exams for marine engineer)

यहां आपको बता दें कि मरीन इंजीनियर आप तभी बन सकते हैं जब आप राज्य स्तर की होने वाले किसी प्रवेश परीक्षा में पास हो जाएंगे। ‌इसके लिए हर वर्ष अनेकों परीक्षाएं कंडक्ट करवाई जाती हैं जैसे कि आईएमयूसीईटी (IMUCET), टीएमएसआईईटी (TMSIET), जेईई मेंस (JEE MAINS), जेईई एडवांस्ड (JEE ADVANCED) इत्यादि। मरीन इंजीनियर बनने के लिए जो परीक्षा सबसे ज्यादा पॉपुलर है उसका नाम है आईआईटी-जेईई।

आईआईटी-जेईई एग्जामिनेशन (IIT-JEE Examination)

अगर आप मरीन इंजीनियरिंग की फील्ड में जाना चाहते हैं तो आपको बता दें कि इसके लिए आपको आईआईटी-जेईई (IIT-JEE Examination) परीक्षा को क्रैक करना होगा। इस परीक्षा के बारे में जानकारी हम निम्नलिखित दे रहे हैं इसलिए आप इसे अच्छी तरह से समझ लीजिए।

आईआईटी मेंस परीक्षा (IIT MAINS EXAM)

यह परीक्षा मरीन इंजीनियर बनने के लिए पहली परीक्षा होती है जिसमें आपको पास होना अत्यंत अनिवार्य होता है। यहां आप इस बात को समझ लीजिए कि अगर आप इस परीक्षा में फेल हो जाते हैं तो फिर आपको अगले चरण की परीक्षा में भाग नहीं लेने दिया जाएगा।

इस परीक्षा में आपको दो प्रश्न पत्रों को ठीक प्रकार से हल करना होगा। पहले पेपर में आपसे गणित, केमिस्ट्री और भौतिकी के बारे में प्रश्न पूछे जाएंगे। इसी प्रकार दूसरे पेपर में आपको ड्राइंग, एटीट्यूड और गणित के बारे में प्रश्न हल करने होंगे। इस परीक्षा में अगर आप किसी प्रश्न का उत्तर गलत देंगे तो उसके लिए आपके मार्क्स काट लिए जाएंगे तो इसलिए अपनी परीक्षा को ध्यान पूर्वक करें।

जेईई एडवांस्ड परीक्षा (JEE Advanced exam)

जेईई एडवांस परीक्षा में भी आपको दो पेपर हल करने होते हैं जिनमें अधिकतर प्रश्न 12वीं क्लास के सिलेबस पर आधारित होते हैं और सभी प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होते हैं।

साथ ही साथ आपको यह भी बता दें कि इस परीक्षा में आपसे फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न हल करवाए जाते हैं जिसके लिए 3 घंटे का टाइम आपको मिलेगा और अगर आप किसी सवाल का गलत जवाब देंगे तो उसके लिए नेगेटिव मार्किंग भी होगी।

मरीन इंजीनियर के लिए शारीरिक टेस्ट परीक्षा (physical test)

यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है जो आप के लिए जानना काफी जरूरी है। जब आप अपना 4 साल का मरीन इंजीनियरिंग कोर्स पूरा कर लेंगे तो फिर उसके बाद जब मरीन इंजीनियरिंग में आप की भर्ती होगी तो तब आपका मानसिक और शारीरिक परीक्षण होगा।

अगर इस दौरान आप शारीरिक या मानसिक रूप से अयोग्य घोषित हो जाते हैं तो फिर आपको मरीन इंजीनियर बनने का मौका नहीं मिल सकता।

भारत में टॉप मरीन इंजीनियरिंग कोचिंग सेंटर्स (top marine Engineering coaching centres in India)

  • ‌नारायण आईआईटी अकैडमी हैदराबाद (Narayana IIT Academy Hyderabad)
  • मोशन एजुकेशन नागपुर (Motion education Nagpur)
  • कैरियर पॉइंट लखनऊ (Career point Lucknow)
  • नायक्स ट्यूटोरियल पुणे (Nayak’s tutorial Pune)
  • विद्या मंदिर क्लासेस जयपुर (Vidya Mandir classes Jaipur)
  • एलन कैरियर एकेडमी राजस्थान (Allen career Academy, Rajasthan)
  • एआईएमएस एजुकेशन चेन्नई (AIMS education Chennai)
  • एफआईआईटी-जेईई कोलकाता  (FIIT-JEE, Kolkata)
  • यूनिवर्सल ट्यूटोरियल मुंबई (Universal tutorial Mumbai)
  • आकाश इंस्टीट्यूट दिल्ली (Aakash Institute Delhi)

मरीन इंजीनियर बनने के लिए किताबें (books and study materials)

  • क्लास 12 फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथमेटिक्स बुक्स (Class 12 physics, chemistry, mathematics books)
  • न्यू पैटर्न मैथमेटिक्स फॉर जेईईमेन मेन/एडवांस बाय अरिहंत पब्लिकेशन (New patterns mathematics for JEE main/advanced by arihant publication)
  • आईआईटी मैथमेटिक्स फॉर जेईई मेंस एंड एडवांस बाय एमआई खन्ना (IIT mathematics for JEE mains and advanced by MI Khanna)
  • हायर अलजेब्रा बाय हॉल एंड नाइट (Higher algebra by hall and Knight)
  • इनोरगेनिक केमेस्ट्री बाय जेडी ली (Inorganic chemistry by JD Lee)
  • कॉन्सेप्ट्स आफ ऑर्गेनिक केमेस्ट्री बाय एमएस चौहान (Concepts of organic chemistry by MS Chauhan)
  • ऑर्गेनिक केमेस्ट्री बाय ओपी टंडन (Organic chemistry by OP Tandon)
  • ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस ऑन फिजिक्स बाय डीसी पांडे (Objective questions on physics by DC Pandey)

मरीन इंजीनियर के कार्य और जिम्मेदारियां (role and responsibilities of marine engineer)

एक मरीन इंजीनियर का कार्य क्योंकि समुद्री जहाजों से जुड़ा हुआ होता है इसलिए इसके अंतर्गत उसे निम्नलिखित कार्य करने होते हैं जैसे कि –

  • समुद्री जहाज के तकनीकी प्रबंधन का कार्य करता है।
  • समुद्री जहाजों की मशीनों का चुनाव करने का कार्य भी मरीन इंजीनियर करता है जैसे कि गैस टरबाइन, स्टीम टरबाइन, डीजल इंजन इत्यादि।
  • इन्हें समुद्र के जहाज के शिल्पकार के रूप में जाना जाता है।
  • इसके अलावा इंजन रूम बनाने का कार्य, मेंटेनेंस और उसका संचालन का काम करते हैं।
  • अगर कभी जहाज का इंजन खराब हो जाए तो फिर उसको ठीक करना।

मरीन इंजीनियर वेतन (marine engineer salary)

सबसे पहले आपके लिए यह जानना जरूरी है कि मरीन इंजीनियर को जो सैलरी पैकेज मिलता है वह पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है क्योंकि मरीन इंजीनियर अधिकतर समय समुद्री जहाजों पर ही व्यतीत होता है जिसके कारण वह एनआरआई (NRI) की श्रेणी में आ जाता है।

अब आपको बता दें कि एक फ्रेशर मरीन इंजीनियर को 25 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक का वेतन मिलता है जो कि अनुभव होने के बाद बढ़ जाता है। वेतन के अलावा सरकार के द्वारा कुछ सुविधाएं भी दी जाती हैं।

निष्कर्षमरीन इंजीनियर कैसे बने

दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह बताया कि मरीन इंजीनियर कैसे बने ? how to become marine engineer ? इस लेख में हमने उन सभी टॉपिक्स को कवर किया है जो मरीन इंजीनियर बनने के लिए आपके लिए जान लेना जरूरी है जैसे कि-

  • मरीन इंजीनियर क्या होता है
  • मरीन इंजीनियर बनने के लिए शिक्षा योग्यताएं
  • मरीन इंजीनियर बनने के लिए शारीरिक योग्यताएं
  • मरीन इंजीनियर बनने के लिए परीक्षाएं
  • आईआईटी जेईई परीक्षा
  • मरीन इंजीनियर के लिए शारीरिक टेस्ट
  • भारत में टॉप मरीन इंजीनियर कोचिंग सेंटर्स
  • मरीन इंजीनियर बनने के लिए पुस्तकें
  • मरीन इंजीनियर के कार्य और जिम्मेदारियां
  • मरीन इंजीनियर का वेतन

FAQ

Q: मरीन इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

Ans: मरीन इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले 12वीं कक्षा साइंस विषय से पास करें और उसके बाद 4 वर्षीय कोर्स में दाखिला लेने के लिए राज्य स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा पास करें।

Q: क्या मरीन इंजीनियर बनने के लिए 12वीं कक्षा में साइंस पढ़ना जरूरी है?

Ans: जी हां क्योंकि मरीन इंजीनियर का सारा सिलेबस साइंस विषय पर आधारित होता है। बल्कि 12वीं कक्षा में छात्र के पास साइंस के साथ-साथ गणित विषय भी होना जरूरी है। जिन उम्मीदवारों के पास 12वीं कक्षा में साइंस नहीं होती उन्हें मरीन इंजीनियर बनने का अवसर नहीं दिया जाता है।

Q: भारत में कौन-कौन सी परीक्षाएं हैं जिन्हें पास करने के बाद मरीन इंजीनियर बना जा सकता है?

Ans: इसके लिए भारत में नेशनल लेवल पर निम्नलिखित परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं-

  • आईएमयूसीईटी (IMUCET)
  • टीएमएसआईईटी (TMSIET)
  • जेईई मेंस (JEE MAINS)
  • जेईई एडवांस्ड (JEE ADVANCED)

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