रेलवे इंजीनियर कैसे बने – भारत मे रेलवे का इतिहास काफी पुराना नही है, रेलवे भारत मे पहली बार अंग्रेजों के शासन काल मे चली थी जब यह पहली बारी 1853 थाने व मुम्बई के मध्य चली थी। भारत मे रेलवे को मैनेज करने के लिए एक अलग से विभाग बनाया गया है जो सीधा केन्द्र सरकार के अधीन रहता है उसे रेलवे विभाग के नाम से जानते है।
भारत मे केन्द्र सरकार के अधीन रेलवे विभाग मे भी कई कर्मचारी अलग – अलग पदों पर कार्य करते है जिसमे ड्राइवर, खलासी, स्टेशन मास्टर इत्यादि होते है, उनमे से एक रेलवे इंजीनियर ( Railway Engineer ) भी होता है। हमारे इस लेख के माध्यम से रेलवे इंजीनियर कैसे बने ? बारे मे बता रहे है जिसे आप आसानी से यहा समझ सकते है। अतः आप इस लेख को अंत तक पढे ताकि आपको इस टाॅपिक से संबंधित पूरी जानकारी मिल सके।
कौन होता है रेलवे इंजीनियर ? ( Who is the Railway Engineer )
वर्तमान समय मे भारत के रेलवे विभाग मे कई अलग अलग डिविजन कार्यरत है जिसमे हर डिविजन मे कई सारे इंजीनियर काम करते है। एक इंजीनियर का सामान्य अर्थ उस व्यक्ति से है जो किसी वस्तु का आविष्कार करता है एवं उससे संबंधित डिज़ाइन एव उससे संबंधित प्रबंध करता है। एक सामान्य विद्यार्थी को एक इंजीनियर बनने के लिए भी काफी पढाई करनी पडती है जिसमे कई तकनीक चीजों के बारे मे बताया जाता है।
अगर एक सामान्य विद्यार्थी इंजीनियरिंग करना चाहता है तो उसे कक्षा 12 के बाद कम से कम 3 साल का एक डिप्लोमा करना होता है जो की जरूरी है। एक सामान्य इंजीनियर कई प्रकार का होता है परन्तु जो इंजीनियर रेलवे विभाग मे रेलवे की कार्यप्रणाली के अनुसार कार्य करता है उसे रेलवे इंजीनियर कहा जाता है। इंजीनियर बनने के लिए एक विद्यार्थी मे रूचि भी होनी चाहिए।
कैसे बने रेलवे इंजीनियर ( How to become a railway engineer )
रेलवे इंजीनियर तो कोई भी सामान्य विद्यार्थी बन सकता है पर उसके पास एक विशेष प्रकार की डिग्री भी होनी आवश्यक है जो जिसे इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कहा जाता है। रेलवे इंजीनियर बनने के लिए देश के किसी भी विद्यार्थी के पास कुछ विशेष योग्यता होनी चाहिए।
जिससे की वह स्वयं को साबित कर सके की वह रेलवे इंजीनियर बनने के लायक है। इस पोस्ट मे आगे रेलवे इंजीनियर से संबंधित पूरी जानकारी दी जा रही है की कैसे आप एक रेलवे इंजीनियर बन सकते है।
रेलवे इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा (Diploma to become a railway engineer)
रेलवे इंजीनियर बनने के लिए एक युवक को कई जरूरी योग्यताओं की आवश्यकता पडती है जिसमे से एक जरूरी है इंजीनियरिंग का डिप्लोमा जो की प्रार्थी की योग्यता को साबित करता है। रेलवे मे कई प्रकार के इंजीनियर होते है जैसे तकनीकि इंजीनियर ( Technical Engineer ) सूचना प्रोद्योगिकी के इंजीनियर (Engineer in Information Technology) इत्यादि जिनके लिए कुछ जरूरी डिप्लोमा का होना आवश्यक होता है।
- जूनियर इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक डिप्लोमा – कोई भी विद्यार्थी जो रेलवे मे जूनियर इंजीनियर बनना चाहता है उसे 3 साल का एक डिप्लोमा करना होता है जो की आप कक्षा 12 के बाद कर सकते है
- इंजीनियरिंग मे डिप्लोमा – रेलवे विभाग मे कई प्रकार के डिप्लोमा कोर्स होते है जिसमे एक यह भी है जिसे DMS ( Diploma in Engineering ) कहा जाता है। यह कोर्स भी 3 साल का होता है।
- सूचना प्रोद्योगिकी मे जूनियर इंजीनियर – इसे अंग्रेजी भाषा मे Junior engineer in Information technology भी कहते है। इसमे आप कम्पयूटर इंजीनियर से संबंधित कोई भी कोर्स कर सकते है जिसमे BCA, PGDCA, MCA, MSC, जैसे कोर्स शामिल है।
रेलवे इंजीनियरिंग के लिए भर्ती ( Requirement for Railway Engineering )
भारत मे रेलवे का एक स्वतंत्र विभाग है जो सीधे केन्द्र सरकार के अधीन होता है जिसमे हमेशा हरैक पोस्ट के लिए हर बार वैकेन्सी निकाली जाती है। रेलवे मे इंजीनियर पद के लिए भी कई प्रकार वैकेन्सी की निकाली जाती है जिसके आधार पर व आवेदकों की योग्यताओं के अनुसार वे सब आवेदन कर सकते है।
यह वैकेन्सी सीधे रेलवे विभाग द्वारा संयुक्त रूप से भी निकाली जा सकती है या अलग – अलग Division द्वारा भी कई वैकेन्सी निकाला जा सकती है। रेलवे मे इंजीनियरिंग की परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए भी कुछ योग्यताओं का होना जरूरी है जो निम्न प्रकार है।
रेलवे इंजीनियरिंग के लिए आवश्यक योग्यता (Compulsory Eligibility for Railway Engineering)
रेलवे मे इंजीनियरिंग के पद पर आवेदन करने के लिए कुछ निम्न योग्यताओं का होना जरूरी है।
- आयु – आवेदक जो रेलवे मे इंजीनियर पद के लिए आवेदन करना चाहता है उनके लिए जरूरी है की उनकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो व अधिकतम 35 साल तक हो सकती है। ( आयु की योग्यता के लिए आप रेलवे बोर्ड के नोटिफिकेशन को की वेलिड माने ) आयु मे नियमानुसार छूट भी दी जाती है।
- आवेदक जो इस पोस्ट के लिए आवेदन करना चाहते है उनके लिए जरूरी है की उनका शैक्षणिक बैकग्राउंड इंजीनियरिंग से जुडा हो।
- आवेदक जो इस पोस्ट के लिए आवेदन करना चाहते है उनके लिए जरूरी है की वै रेलवे मेडिकल बोर्ड द्वारा मांगे गये सभी मापदंड पूरे करते हो।
- नागरिकता – आवेदक जो इस पोस्ट के लिए आवेदन करना चाहता है वो भारत का नागरिक होना चाहिए वही इसमे नेपाल, भूटान के भी आवेदक इसमे आवेदन कर सकते है ( नागरिकता के लिए आप रेलवे द्वारा जारी नोटिफिकेशन भी चैक कर सकते है )
- शैक्षिक योग्यता – आवेदक जो इस पोस्ट के लिए आवेदन करना चाहते है उनके लिए यह भी जरूरी है की वे इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से जुडे हो।
रेलवे इंजीनियरिंग के लिए सैलेबस ( Syllabus for Railway Engineering )
RRB द्वारा Railway Engineering के लिए परीक्षा को 2 भागों मे बाँटा जाता है जिसमे एवं मुख्य CBT1 & CBT 2 होते है जिसमे दोनो के सैलेबस अलग – अलग होते है –
- CBT 1 – इस प्रकार के सैसन मे विद्यार्थियों से उम्मीद की जाती है की उनको अंक शास्त्र, सामान्य बुद्धि तर्क, सामान्य जागरूकता, सामान्य विज्ञान का ज्ञान हो, इनमे आपको विषय का विशेषज्ञ बनने की आवश्यकता नही होती है बस आपको आवश्यक जानकारी होना भी जरूरी है।
- CBT 2 – इस प्रकार के सैसन मे विद्यार्थियों से उम्मीद की जाती है की उनको सामान्य जागरूकता, भौतिक व रासायनिक विज्ञान, कम्प्यूटर की जानकारी, पर्यावरण, तकनीकी समस्याएं इत्यादि का जानकारी हो, इनमे आपको विषय का विशेषज्ञ बनने की आवश्यकता नही होती है बस आपको आवश्यक जानकारी होना भी जरूरी है।
निष्कर्ष – रेलवे इंजीनियर कैसे बने ?
भारत मे रेलवे विभाग मे कई प्रकार के इंजीनियर की आवश्यकता होती है जिसमे देश के विद्यार्थी अपना एक सुनहरा भविष्य बना सकते है। वर्तमान मे भारत मे कई अलग अलग डिविजन कार्यरत है जिसमे हर विभाग मे अलग अलग डिविजन मे कई सारे इंजीनियर भी होते है।
एक इंजीनियर का सामान्य अर्थ उससे व्यक्ति से है जो किसी वस्तु का आविष्कार करता है एवं उससे संबंधित डिज़ाइन एव उससे संबंधित प्रबंध करता है। एक सामान्य विद्यार्थी को एक इंजीनियर बनने के लिए भी काफी पढाई करनी पडती है जिसमे कई तकनीक चीजों के बारे मे बताया जाता है।
FAQ
प्रश्न 1 – रेलवे इंजीनियर कौन बन सकता है ?
उत्तर – एक सामान्य विद्यार्थी को एक इंजीनियर बनने के लिए भी काफी पढाई करनी पडती है जिसमे कई तकनीक चीजों के बारे मे बताया जाता है। अगर एक सामान्य विद्यार्थी इंजीनियरिंग करना चाहता है जो उसे कक्षा 12 के बाद कम से कम 3 साल का एक डिप्लोमा करना होता है जो की जरूरी है इसके लिए।
प्रश्न 2 -रेलवे इंजीनियर (Railway engineer) कैसे बने ?
उत्तर – रेलवे इंजीनियर बनने तो कोई भी सामान्य विद्यार्थी बन सकता है पर उसके पास एक विशेष प्रकार की डिग्री भी होनी आवश्यक है जो की जरूरी है एक विद्यार्थी के पास जिसे इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कहा जाता है। रेलवे इंजीनियर बनने के लिए देश किसी भी विद्यार्थी के पास कुछ विशेष योग्यता होनी चाहिए
प्रश्न 3 – रेलवे इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक डिप्लोमा क्या है ?
उत्तर – रेलवे इंजीनियर बनने के लिए एक युवक को कई जरूरी योग्यताओं की आवश्यकता पडती है जिसमे से एक जरूरी है इंजीनियरिंग का डिप्लोमा जो की प्रार्थी की योग्यता को साबित करता है। रेल्वे मे कई प्रकार के इंजीनियर होते है जैसे तकनीकि इंजीनियर, सूचना प्रोद्योगिकी के इंजीनियर इत्यादि जिनके लिए कुछ जरूरी डिप्लोमा का होना आवश्यक होता है। डिप्लोमा के बारे मे पूर्व मे उपर बताया हुआ है।
प्रश्न 4 – रेलवे इंजीनियरिंग का सैलेबस क्या है ?
उत्तर – रेलवे का सैलेबस दो भागों मे विभक्त है जिसमे CBT1 & CBT 2 मुख्य है जिसमे अंक शास्त्र, सामान्य बुद्धि तर्क, सामान्य जागरूकता, सामान्य विज्ञान सामान्य जागरूकता, भौतिक व रासायनिक विज्ञान, कम्प्यूटर की जानकारी, पर्यावरण, तकनीकी समस्याएं इत्यादि का जानकारी का पूछा जाता है।
प्रश्न 5 – RRB Je Salary क्या है ?
उत्तर – रेलवे केन्द्र के अधीन है इसलिए इनकी सैलेरी सामान्यतः 35400 से 112400 के मध्य हो सकती है एवं रेलवे इंजीनियर का पेय बैंड 4200 के आसपास हो सकता है ?