हम समझेंगे शेयर मार्केट की कुछ बेसिक और सरल जानकारी जैसे शेयर मार्केट क्या है, ये कैसे काम करता है, इसमें कैसे इन्वेस्ट किया जाता है और भी कुछ जरूरी जानकारी।
इस दुनिया में कौन नहीं कमाना चाहता है। पैसा इंसान की हर जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत ही जरूरी है। अगर हमारे पास पैसा है तो हम अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं और अगर हमारे पास पैसा नहीं है तो हमारे सपने सिर्फ सपने बनकर ही रह जाते हैं।
इसलिए आज दुनिया में सभी लोग पैसों को बहुत ज्यादा अहमियत देते हैं, क्योंकि पैसा है तभी आपके पास इज्जत है, घर है, दौलत है, रिश्तेदार हैं और दोस्त सब कुछ है। दुनिया में पैसे कमाने के बहुत सारे जरिए हैं। कुछ लोग जॉब कर के पैसे कमाते हैं, तो फिर कुछ लोग बिज़नेस करके पैसे कमाते हैं। कुछ लोग कारोबार करके पैसे कमाते हैं तो कुछ लोग दुकान खोलकर पैसे कमाते हैं।
इनमें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने पैसे दांव पर लगाकर के ढेर सारे पैसे कमा लेते हैं पर ये लोग ऐसी कौन सी जगह है जहां पर पैसा का दांव लगाते हैं। ऐसी कौन सी जगह है जहाँ पर दांव लगा करके भी मुनाफा होता है, फायदा होता है और पैसे कमाए जाते हैं। तो जी हाँ दोस्तों ऐसी जगह है शेयर मार्केट / स्टॉक मार्केट। शेयर बाज़ार जहाँ पर आप अपने पैसे दांव पर लगा करके काफी सारे पैसे कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट क्या होता है।
सबसे पहले बात करते हैं कि शेयर मार्केट क्या होता है। शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट एक ऐसा मार्केट होता है जहाँ बहुत सारी कंपनी के शेयर खरीदे जाते हैं और बेचे जाते हैं। शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट शेयर बाज़ार ये सब एक ही होते हैं। स्टॉक मार्केट यानी शेयर बाजार वह जगह है जहाँ हम स्टॉक मार्केट में लिस्टिड सूचीबद्ध कंपनी के शेयर यानी हिस्सेदारी खरीदते हैं शेयर खरीदने के बाद आप कंपनी के शेयर होल्डर यानी हिस्सेदार बन जाते हैं। अब यदि कंपनी प्रॉफिट में जाती है, तो आपको भी शेयर परसेंटेज के हिसाब से प्रॉफिट मिलेगा और यदि कंपनी का लॉस होता है तो आपको भी आपके शेयर परसेंटेज के हिसाब से लॉस उठाना पड़ेगा। भारत में दो प्रमुख शेयर बाजार है –
बीएसई – बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और
एनएसई – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
एनएससी और बीएसई में ही कंपनियां लिस्टेड होती है यानी सूचीबद्ध की जाती है। स्टॉक मार्केट को भारत सरकार की संस्था सेबी नियंत्रित करती है। बीएसई और एनएसई में लिस्टेड कंपनी के शेयर को शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदा और बेचा जाता है।
शेयर कैसे जारी होता है, इसका क्या महत्व है
मान लीजिए कि बीएसई या एनएसई में लिस्टेड किसी कंपनी ने अपने 10,000 शेर जारी किए और एक शेयर की कीमत ₹2 रखी तो आप ₹2 प्रति शेयर के हिसाब से जीतने शेयर खरीदते हैं आप कंपनी में उतने परसेंट शेयर के हिस्सेदार बन जाते हैं। अब आप जब चाहें अपने इन शेयर को किसी अन्य व्यक्ति को बेच सकते हैं।
शेयर के प्राइस हर समय कंपनी के बिज़नेस परफॉर्मेंस के हिसाब से अप-डाउन होते रहते हैं। स्टॉक मार्केट में शेयर खरीदने बेचने के लिए आपको शेयर ब्रोकर की सहायता लेनी होती है। शेयर ब्रोकर कंपनियां हमें शेयर्स को खरीदने और बेचने की सुविधा देती है। बैंक भी यह सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। इसके लिए अलग से डीमैट अकाउंट खुलवाना होता है। ब्रोकर हमसे शेयर ट्रेनिंग पर शेयर्स को खरीदने और बेचने पर ब्रोकरेज यानी कुछ कमिशन चार्ज करते हैं, इसी को ब्रोकरेज कहते हैं।
शेयर के प्राइस अप-डाउन क्यों होते हैं
शेयर प्राइस की वैल्यू कंपनी के बिज़नेस परफॉरमेंस पर डिपेंड करती है। आपको बता दें कि बीएसई या एनएसई में लिस्टेड कंपनी डेली बिज़नेस करती है। इसलिए कंपनी में प्रतिदिन्रतिलिरफॉर्मेंस के हिसाब से अप उतार चढ़ाव होता है। कंपनी के प्रॉडक्ट की मार्केट में कितनी डिमांड है, कंपनी प्रॉफिट में है या लॉस में है। कंपनी अच्छा परफॉर्म कर रही है तो शेयर प्राइस भी बढ़ते हैं। इन्हीं कुछ आधार पर कंपनी का आंकलन होता है और शेयर प्राइस की वैल्यू अप-डाउन होती है।
बीएसई / एनएसई में कम्पनीज़ कब और कैसे लिस्ट होती है
स्टॉक मार्केट यानी शेयर बाजार में कंपनी लिस्ट कराने के लिए कंपनी को स्टॉक मार्केट में लिखित समझौता करना होता है। इसके बाद कंपनी को भारत सरकार की संस्था से भी पूंजी नियामक बाजार के पास सभी नियम व शर्तें पूरी करते हुए सभी जरूरी डॉक्युमेंट जमा कराने होते हैं।
सेबी के सभी शर्तों का नियमानुसार कानून का पालन करने पर वे सेबी की जांच में खरा उतरने पर कंपनी बीएसई या एनएसई में लिस्ट हो जाती है। लिस्टेड होने के बाद कंपनी अपनी सभी गतिविधियों की जानकारी समय-समय पर स्टॉक मार्केट को प्रोवाइड कराती रहती है। यह वह जानकारियां होती हैं, जिनसे सीधे तौर पर निवेशक प्रभावित होते हैं और यदि कोई कंपनी लिस्टिंग समझौते से जुड़ी शर्त का पालन नहीं कर पाती तो से भी उसे बीएसई और एनएसई से डीलिस्ट कर देती है।
शेयर कब खरीदना चाहिए
चलिए बात करते हैं कि शेयर बाजार में शेयर कब खरीदने चाहिए। स्टॉक मार्केट में शेयर खरीदने से पहले आप इस लाइन में पहले अपना एक्सपीरियंस बढ़ा लीजिये। शेयर मार्केट में कब इन्वेस्ट करना चाहिए, कैसे इन्वेस्ट करना चाहिए, कैसे कंपनी में आपको अपने पैसे लगाने चाहिए।
तब जाकर के आपको फायदा होगा इन सभी चीजों का पता लगाएं। जानकारी इकठ्ठी करें और उसके बाद ही आप शेयर मार्केट में कोई निवेश करें। शेयर मार्केट में कौन सी कंपनी का शेयर बढ़ा है या गिरा है इसका पता लगाने के लिए आप इकोनॉमिक्स टाइम्स न्यूज़ पेपर या मनी कन्ट्रोल जैसे वेबसाइट से जानकारी सकते हैं या फिर एनडीटीवी बिज़नेस, जी बिजनेस या सीएनबीसी आवाज न्यूज़ चेनल देख सकते हैं जहाँ से आपको शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारियां मिल जाती है।
शेयर मार्केट में निवेश कैसे करें
इसके लिए आपके पास एक बैंक अकाउंट चाहिए होता है, ट्रेडिंग अकाउंट चाहिए होता है और डीमैट अकाउंट से होता है। इसके लिए आपको किसी ब्रोकर की सहायता से ट्रेडिंग अकाउंट और डीमेट अकाउंट खुलवाना होता है।
ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट आपके बैंक अकाउंट से लिंक हो जाता है और डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट बीएसई या एनएसई से लिंक हो जाता है आपके बैंक अकाउंट से ही ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होता है और ट्रेडिंग अकाउंट से ही हम शेर खरीदते हैं और डीमैट अकाउंट में अकाउंट होता है, जिसमे हम शेयर खरीदने के बाद शेयर को स्टॉक करते हैं।
अकाउंट ओपन हो जाने के बाद आप आपके ब्रोकर को मैन्युअली ऑर्डर करके ट्रेडिंग खरीद सकते हैं या ब्रोकर द्वारा उपलब्ध करायी गयी वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर लॉग इन करके ऑनलाइन खुद भी शेयर खरीद सकते हैं। खरीदे हुए शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं अब आप इसी प्रकार अपनी इच्छा अनुसार ब्रोकर की सहायता से अपने शेयर बेच भी सकते हैं।
शेयर मार्केट बहुत ही रिस्क से भरी हुई मार्केट है। इसलिए आपको यहाँ तभी निवेश करना चाहिए जब आपकी आर्थिक स्थिति ठीक हो ताकि अगर आपको कोई घाटा होता है कोई नुकसान होता है तो आपको उस नुकसान से ज्यादा फर्क न पड़े या फिर आप ऐसा भी कर सकते हैं कि शुरुआत में आप शेयर मार्केट में थोड़े से पैसे निवेश करें ताकि आगे जाकर आपको ज्यादा घाटा सहन न करना पड़े। जैसे आप इस फील्ड में नॉलेज बढ़ाते जाएंगे तजुर्बा बढ़ाते जाएंगे वैसे वैसे धीरे-धीरे आप अपना निवेश भी बढ़ा सकते हैं।
शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले आपको इस मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारी इकट्ठी कर लेनी चाहिए। शेयर मार्केट में कुछ कम्पनीज़ फ्रॉड होती है और अगर आप उस कंपनी के शेयर खरीदते हैं, पैसे लगाते हैं तो वो कंपनी सबके पैसे लेकर के भाग जाती है और फिर उसमें लगाए हुए आपके सारे के सारे पैसे डूब जाते हैं। इसलिए किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने से पहले आपको उस कंपनी के बैकग्राउंड की जानकारी को अच्छे से जरूर चेक कर लेना चाहिए।