आज हम एक बार फिर से आपके लिए लेकर आए हैं एक बहुत ही बढ़िया बिज़नेस आइडिया। हम सब जानते हैं कि Jobs को लेकर आप सब बहुत ज्यादा इनसेक्युर होते हैं। ऐसे में बहुत अच्छे विकल्प होता है कि आप अपना कोई बिज़नेस शुरू कर दें।
लेकिन बिज़नेस में जो सबसे बड़ी बात यह होता है कि इसमें रिस्क होता है। हालांकि जॉब में भी उतना ही रिस्क है। लेकिन फिर भी आम लोग बिजनेस करना पसंद नहीं करते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे बिज़नेस आइडिया जो नौकरी छोड़ने के बाद आपको दे सकता है बहुत बड़ा फायदा। यदि आप जॉब छोड़कर खुद का बिज़नेस करना चाहते हैं तो हम आपको एक बेहतरीन आइडिया देने जा रहे हैं। जिसमें आप सरकार की मदद से अपना बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।
साथ में हर महीने कम से कम 10,000 कमा सकते हैं। ये बिज़नेस आपकी सेल्फ टैलेंट पर भी निर्भर करता है कि आप कितनी अच्छी तरह से सेल्स बढ़ाते हैं। चलिए जानते हैं इस बिज़नेस के बारे में।
हम यहाँ भी आपको बता रहे हैं कि कैसे आप जन औषधि केंद्र का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।
जन औषधि केंद्र कैसे खोले?
प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है प्रधानमंत्री जन औषधी योजना। प्रधानमंत्री जन औषधी योजना का मकसद लोगों को सस्ती कीमत पर दवा उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री जन औषधी योजना के तहत जन औषधि केंद्र खोलने में सरकार की तरफ से लोगों को करीब ₹2,50,000 का अनुदान दिया जा रहा है। अभी तक देश में करीब 6000 जन औषधि केंद्र खोले जा चूके हैं।
लेकिन अभी भी हजारों जन औषधि केंद्र खोलने की तैयारियां चल रही है। ऐसे में यदि आप भी अपने शहर में जन औषधि केंद्र खोलना चाहते हैं। तो आपके पास सुनहरा मौका है। जन औषधि केंद्र खोलने की प्रक्रिया काफी आसान है। आप ऑनलाइन भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। साथ ही इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा, बल्कि सरकार आपको धीरे-धीरे रिटर्न भी कर देगी, जो भी आप खर्च करेंगे।
कम खर्च में यदि आप अधिक मुनाफा वाला बिज़नेस ढूँढ रहे हैं, तो ये बिज़नेस आप के लिए एकदम सही है। इस बिज़नेस में आप अच्छा कमीशन मिलने से हर महीने मोटी कमाई भी होती है। सरकार इस बिज़नेस के लिए बढ़ावा यानी की इन्सेंटिव्स भी देती है।
इसके लिए इसे किसी अस्पताल या मार्केट में शुरू किया जा सकता है। इस स्कीम के तहत सरकार जेनरिक मेडिसिन मुहैया कराती हैं। जिनकी कीमत आम दुकानों पर मिलने वाली ब्रांडेड दवा से काफी कम होती है। इसका फायदा ये होता है की दुकान खुलते ही बिक्री शुरू हो जाती है, कस्टमर की मारामारी नहीं रहती।
जन औषधि केंद्रकौन खोल सकता है?
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए कुछ शर्तें तय की गई है। जैसे कि जन औषधि केंद्र के तीन कैटेगरीज हैं-
पहली कैटगरी में कोई बेरोजगार जो फार्मासिस्ट डॉक्टर या रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर वो स्टोर खोल सकता है।
दूसरी कैटेगरी के तहत ट्रस्ट एनजीओ प्राइवेट हॉस्पिटल सोसायटी और सिर्फ है ग्रुप आते हैं।
तीसरी कैटगरी में राज्य सरकार की ओर से नॉमिनेट एजेंसी स्टोर खुल सकती है।
जन औषधि केंद्र के लिए अप्लाई कैसे करे।
जन औषधि केंद्र के लिये आप ऑनलाईन एवं ऑफलाईन दोनों तरीको से अप्लाई कर सकते हैं। ऑनलाईन तरीके के लिए जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आप इस लिंक पर जाएं http://janaushadhi.gov.in और ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। अगर आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते है तो फार्म डाउनलोड कर उसे प्रिंट कर लें उसे भर लें और उसे निम्न पते पे सेंड कर दें-
सीईओ, ब्यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिग्स ऑफ इंडिया (बीपीपीआई), 8वां तल, ब्लॉक ई-1, विडियोकॉन टावर, झंडेवालान एक्सटेंशन, नई दिल्ली – 110055
अप्लाई करने के लिए आपको 5000 की नॉन रिफंडेबल फीस जमा करनी होती है। वहीं महिलाओं को, दिव्यांगों को, एसटी-एससी को कोई एप्लिकेशन फीस नहीं जमा करनी पड़ती है। आवेदन करने के लगभग 15 से 20 दिनों में आपको इन्फॉर्म कर दिया जाता है की आपकी जो आवेदन है, वो एक्सेप्ट हुआ है या नहीं हुआ है। इस योजना की बाकी गाइडलाइन्स के लिए मेरा सुझाव है कि जन औषधि केंद्र की जरूर विजिट करें।
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए दुकान का साइज
दुकान कम से कम 120 वर्गफीट की होनी चाहिए। अगर सरकार आपके आवेदन पर जन औषधि केंद्र खोलने की मंजूरी देती है। तो आपको 650 से ज्यादा दवाओं के साथ 100 से ज्यादा मेडिकल इक्विपमेंट बेचने के लिए दिए जाएंगे।
सरकार देती है प्रोत्साहन
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए करीब ₹2,50,000 का खर्च आता है। इसके लिए सरकार की ओर से ₹2,50,000 की सरकारी मदद दी जाती है, साथ में इन्सेंटिव भी मिलते हैं।
भारत सरकार देती है 2,50,000 की मदद
जन औषधि केंद्र योजना के तहत मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आपको ₹1,00,000 की दवाइयां खरीदनी होंगी। बाद में सरकार इसे reimbursed यानी प्रतिपूर्ति करेगी। सरकार दुकान शुरू करने में लगने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर यानी रैक, डैक्स, कंप्यूटर फ्रीज के लिए 1,00,000 तक की मदद करेगी। फर्नीचर में खर्च रकम 6 महीने में वापस होगी।
ऐसे मिलेगा सरकार से इन्सेंटिव Incentive
जन औषधि केंद्र से हर महीने जितने रुपये की दवा बिकेगी, उस पर 10% का इन्सेंटिव मिलेगा। ये इन्सेंटिव हर महीने ज्यादा से ज्यादा ₹10,000 तक का होगा। अगर एक महीने में ₹1,00,000 से ज्यादा की दवाएं सेल करते हैं। तब भी ₹10,000 इन्सेंटिव मिलेगा। ये इन्सेंटिव तब तक मिलेगा जब तक ₹2,50,000 की लिमिट पूरी नहीं हो जाती। इसके लिए आपको चाहिए कि आप एक अच्छे सेलर हो, साथ ही व्यवहारिक भी हो।
इस तरह होगी आपकी इनकम
जन औषधि केंद्र का सरकार की तरफ से अप्रूवल मिलने के बाद आप हर महीने जीतने पैसो की दवाई सेल करेंगे। उस कमाई का 20% कमीशन के रूप में मिलेगा। इस तरह अगर आपने हर महीने ₹1,00,000 की दवाओं की बिक्री की तो, ₹20,000 कमिशन और इंसेंटिव मिलाकर कुल ₹30,000 का इनकम कर सकते हैं। इस हिसाब से जितनी अधिक आप दवाइयाँ बेचेंगे।